आज दस अक्टूबर है। मंच के लिए यह दिवस बड़ा ही ऐतिहासिक है। आज से 31 वर्ष पूर्व गुवाहाटी में 10 अक्टूबर, 1977 को 11 युवा साथियों ने एक बैठक कर मारवाड़ी युवा मंच की स्थापना की पहल की थी। उन 11 सुधीजनों ने समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप एक सपना देखा था और फिर यह सफर आगे बढ़ता गया। लक्ष्य बनते गए। मंजिलें तय होती गईं। आज मैं स्वयं भी गुवाहाटी में उपस्थित हूं। सभी राष्ट्रीय अध्यक्षों की एक बैठक का अवसर है। मां कामाख्या को नमन करते हुए आज के इस दिन पर एक बार पुनः मंच के सभी संस्थापकों, ध्वजवाहकों, शुभचिंतकों व स्नेहीजनों का अभिनन्दन है।
इन पिछले वर्षों में युवा मंच ने एक लंबा सफर तय किया और प्रशंसनीय उपलब्धियां भी अर्जित की है। हमने अपने पैर जमाए हैं और जमाने की दिशा भी बदली है। संगठन के आदर्श व सिद्धांत ही इसकी धुरी रहे हैं। व्यक्तितगत उपलब्धियों की तुलना में सामूहिक प्रगति को हमने सदैव महत्व दिया है। हमारे सभी पूर्व व वर्तमान पदाधिकारियों(राष्ट्रीय, प्रांतीय व शाखा) ने हर स्तर पर महत्वपूर्ण सेवाएं दी हैं। हमने कार्यकर्ता व सहयोगी के रूप में काम किया है और फिर नेतृत्व संभाला है। हमने संगठन को समझा भी है, जिया भी है। अपने सभी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षों में विद्यमान नेतृत्व के इन गुणों को हम प्रेरणा के रूप में ले सकते हैं। नवरात्रि व विजया दशमी बीती है। दीपावली आने को है। आप सभी को त्योहारों की हार्दिक शुभकामनाएं। प्रभु से प्रार्थना है कि वह आपके जीवन में और अधिक सफलता और खुशियां लाएं।
पिछले दिनों मुझे प. बंगाल, पूर्वोत्तर, झारखंड, उड़ीसा व दिल्ली की यात्रा के अवसर प्राप्त हुए। अपने युवा साथियों की ऊर्जा, प्रेम भावना व संगठन के प्रति निष्ठा भावना को देखकर अभिभूत हूं। अपने मित्रों व सहयोगियों के प्रति नमन है।
राष्ट्रीय अधिवेशन आने को है। आइए। युवा मंच के महाकुंभ राष्ट्रीय अधिवेश में भाग लेने की अपनी-अपनी तैयारियां प्रारंभ कर दें और इस ऐतिहासिक अवसर पर 25 से 28 दिसंबर 2008 को रांची में अवश्य उपस्थित हों।
सधन्यवाद आपका
अनिल के. जाजोदिया
राष्ट्रीय अध्यक्ष
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