हनुमानगढ़, 19 फरवरी।
अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति ने 21 फरवरी को विश्व मायड़ भाषा दिवस उत्साह पूर्वक मनाने का आह्वान किया है। समिति की विज्ञप्ति के अनुसार 21 फरवरी, 1952 को बांगला भाषा के मान की रक्षार्थ चार नवयुवकों के बलिदान की याद में यूनेस्को ने इस दिन को अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस घोषित किया है।
संघर्ष समिति ने आह्वान किया है कि राजस्थान प्रांत की मातृभाषा राजस्थानी राजनीतिक उपेक्षा की शिकार है तथा प्रत्येक राजस्थानी को उसके मान-सम्मान के लिए संघर्ष करना चाहिए। समिति ने हर गांव-कस्बे और शहर में राजस्थानी सांस्कृतिक समारोह आयोजित कर अमरीका सरकार द्वारा राजस्थानी को मान्यता दिए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करने तथा देश-प्रदेश में मान्यता दिलाने के लिए संघर्ष का संकल्प लेने का आह्वान किया है। समिति की ओर से इस दिन राज्य के प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन तथा मुखपत्ती सत्याग्रह आयोजित किए जाएंगे।
प्रेषक-
सत्यनारायण सोनी
प्रदेश मंत्री
अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति,
राजस्थान।
ठिकाणो- परलीका (हनुमानगढ़)